Sunday, February 25, 2018

मेरी संदु का सिंगान

अहा रे सिंगान, हो रे सिंगान,
तवील कर हाली मेरी चेलि चिंगान,
पोंछ पोंछ बे वीक गाल लाल हैगो,
रुमाव ले लशपशे बे मालामाल हैगो,
अब कदु आले रे, ज़रा अपू के थाम,
हसनी-खेलनी चेलि मेरी आजकाल हरे रुवान,
अहा रे सिंगान, हो रे सिंगान,
तवील कर हाली मेरी चेलि चिंगान,
तू आँछे मके धार लगें,
मम्मा फिर गयाकबे मके बूलें,
मयर पूजण तक हाथु धिंगना पार सब पोंछ दें,
मयर पूछण बे पेलि जवाब सोच लें,
मके देख बे के ,’ ऐसे नहीं करते मम्मा को परेशान’,
को कैकी इज छू मैं है गोयी हैरान,
अहा रे सिंगान, हो रे सिंगान,
तवील कर हाली मेरी चेलि चिंगान।

1 comment:

Noopur & Rudransh said...

Omg .... such a wonderful explanation of singada.... that too in pahadi. Loved it.