Friday, August 24, 2007

The Journal (general) problem

Hmm...here's a bit of poetry created just for fun....many of you may not be able to relate to this with the way it is required to be....but my ex-colleagues definitely know the significance of the bold highlighted words here...these were acronyms used for the ELSEVIER science journals that our organisation worked for & I hope it still does :D ....probably now you know why is the title that ways :)

एक दिन यूं ही Mr. Gupta से पूछ लिया, “ कहिये हुज़ूर कैसे हैं AAP”,
बोले,” बस जी कट रही है जिन्दगी प्रभु नाम का करके JAAP
हाई कोर्ट में property का आज भी चल रह है CACE,
सुख-शांति का तो मानो जीवन में रहा नहीँ कोई trace…
बेटा एक है पढ़ने में जो है टाईं टाईं FISH,
पर खाने में चाहे हरदम बढिया से बढिया वो dish…
East west FUSION
का मानो उसके अन्दर है VIRUS,
बन जाना चाहता है वो MTV VJ Cyrus…
सोच कर उसके FUTURE के बारे में, होने लगता हूँ मैं MAD,
तब कहता है SON मेरा ," Oh! Don’t worry DAD”…
कभी-कभी behaviour उसका लगता है बड़ा erratic,
पर सच मानिये उसकी ही वजह से बाना हूँ मैं
POETIC
चाहता है वो मिल जाये उसे कहीं से अलाद्दीन का magic MAT,
और घूम आये सारी दुनिया पहन कर suit boot with hat…
या पहुँचा दे कोई उसको दूर कहीँ परियों के
LAND,
छोटा सा है पर सपने उसके हैं बडे grand…
सुन कर उसकी बातों को मैं रह जाता हूँ
STILL,
और कभी अपनी जवानी के दिन भी होने लगते हैं RECYCL
कंगाली में अपना तो गीला होता है FLUOR,
पर बेटा कहता है मेरा,” DAD ये दिल मांगे more!”…
क्या कहें आपसे बस अपना तो यही है हाल,
नाचते हैं उस धुन पर बेटा जो देता है
TAL…”
सुनकर उनकी कहानी मैं तो रह गयी बिल्कुल दंग,
ऐसा लगा मानो there was no oxygen in my
LUNG
उनकी परेशानियों का सुनकर HEAP,
भाग खड़े होना ही लगी सबसे बढिया तरकीब…

Don't remember the time I wrote this..however, since it was published in the Apr'05-Jul'05 of our quarterly company magazine 'Vishwas' so must be some time around that... :)

1 comment:

Shailesh Upreti said...

hahaha.....this is the best one....ekdam mast hai
best wishes
LbindubindubindubindU
sanju