जब आकाश में आता है चन्दा और जग में छाये अँधियारा,
चमकता है दूर गगन में टिम-टिम करता छोटा-सा तारा..
थक कर सो जाता है जब गहरी नींद में जग सारा,
और पा लेता है पल में इस झूठी दुनिया से छुटकारा..
ले आता है चेहरे पर मुस्कान तब, एक भोला-सा सपना,
सपनों कि जिस दुनिया में लगता है सब अपना-अपना…
दिन के उजियारे में इन्सान को जो ना मिल पाता है,
रात के अंधियारे में, सपनो में वो सब पा जाता है..
चमकता है दूर गगन में टिम-टिम करता छोटा-सा तारा..
थक कर सो जाता है जब गहरी नींद में जग सारा,
और पा लेता है पल में इस झूठी दुनिया से छुटकारा..
ले आता है चेहरे पर मुस्कान तब, एक भोला-सा सपना,
सपनों कि जिस दुनिया में लगता है सब अपना-अपना…
दिन के उजियारे में इन्सान को जो ना मिल पाता है,
रात के अंधियारे में, सपनो में वो सब पा जाता है..
पर सपने तो सपने हैं , उनका क्या आते जाते रहते हैं,
हक़ीकत तो वो दुनिया है जिसमें हम-तुम रहते हैं...
1 comment:
Forget about the days
when its been cloudy, but
don't forget your hours in the sun
Forget about mistakes
that you can't change now, but
don't forget the lessons
that you've learned
Forget about the times
you've been defeated, but
don't forget the victories you've won
Forget about misfortunes
you encounter, but
don't forget the times your luck has turned
Forget about the days
when you've been lonely, but
don't forget the friendly smiles you've seen
Forget about the plans
that didn't seem
to work out right, but...
Don't forget to Always Have A Dream!!!
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